एक भिकारी था|
एक भिकारी था.
भीख मांगने के लिए मसजिद के बाहर बैठा था.
सभी नमाजी आंख बचा कर चले गए
और उसे कुछ ना मिला.
फिर वो चर्च गया
फिर मंदिर
और गुरूद्वारा
लेकिन उसको किसी ने कुछ नहीं दिया.
आखिर कर वह एक बीयर बार के बाहर आ कर बैठ गया.
जो भी शराबी बाहर निकलता — वो उसके कटोरे में कुछ डाल देता.
कुछ ही देर में उसका कटोरा नोटों से भर गया……
यह देख भिकारी बोला —
प्रभु,
रहते कहां हो,
और
Address कहां का देते हो !!!!!