होश खो बैठे |
जब मिली आंख होश खो बैठे,
कितने हाजिरजवाब है हम लोग |
जब मिली आंख होश खो बैठे,
कितने हाजिरजवाब है हम लोग |
स्पेशल फार्मूला –
अगर पांच सौ लोगों के लिए
शिकंजी बनानी हो तो
दो ढक्कन TIDE मिला दें
क्यूंकि नए TIDE मेँ है
हज़ारों निम्बूओं की शक्ति…
बैंक में एक ग्राहक ने सुन्दर बैंक
कर्मी से
बड़ी ही शालीनता से पूछा ?
ग्राहक :- मैडम जी , क्या मैं यह जान
सकता हूँ
कि जो चेक मैंने अभी दिया है
वो कितने दिन
में क्लियर होगा !
मैडम :- कम से कम दो , तीन लगेंगे !
ग्राहक :- लेकिन मैडम ,इतना टाइम
क्यों लगेगा ? जिस बैंक का चेक मैंने
दिया है
वो तो सामने वाली बिल्डिंग में है !
मैडम ( बड़े ही शांत स्वर में ) :- सर , मैं
आपको कैसे समझाऊं , प्रोसीजर
तो फॉलो करना पड़ता है न , मान
लीजिये
कि शमशान के सामने ही आप मर जाते
हैं
तो आपकी लाश को घर ले जायेंगे
कि वहीँ सामने निपटा देंगे ???
बोलिए !
ग्राहक बेहोश !!!!!
Ye husan tera ye ishq mera,
rangeen to hai badnam sahi,
mujhpr to kai iljam lge,
Tujhpr bhi bhi to iljam sahi.
by – Sahir Ludhianvi
Doctor (mareej se) : me apko char pudiya de rh hun. Rooj ek pudiya kha lena.
Mareej: doctor sahib is baar pudiya patle paper me dena. Pishli baar pudia niglne me kafi taklif hui the… 😛